


मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को अब रोजाना ऑनलाइन अटेंडेंस देना होगा। लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से जारी नए निर्देशों के तहत, 1 जुलाई 2025 से सभी शिक्षकों स्थायी और अतिथि को मोबाइल ऐप के माध्यम से डिजिटल उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य कर दिया गया है।
मोबाइल ऐप से दर्ज करनी होगी लाइव अटेंडेंस
शिक्षकों को एक विशेष ई-अटेंडेंस ऐप के जरिए स्कूल में मौजूद रहते हुए लाइव लोकेशन के साथ उपस्थिति अपडेट करनी होगी। यह कदम स्कूलों में शिक्षक अनुपस्थिति पर लगाम लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है। हालांकि, अतिथि शिक्षकों ने इसे अव्यवहारिक और अमानवीय बताया है।
अतिथि शिक्षकों का विरोध तेज
राज्यभर में अतिथि शिक्षक संगठनों ने ई-अटेंडेंस व्यवस्था के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। रविवार को संयुक्त मोर्चा अध्यापक संघ ने रायसेन जिले के बागमगंज में एसडीएम कार्यालय पहुंचकर आदेश के खिलाफ मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उनका कहना है कि,
“सरकार ने पुराने वादे अब तक पूरे नहीं किए और अब नए नियम थोप दिए हैं। केवल शिक्षकों के लिए ई-अटेंडेंस लागू करना अन्यायपूर्ण है। अन्य विभागों के कर्मचारियों को इससे क्यों छूट दी गई है?” शिक्षकों का कहना है कि इस प्रकार की निगरानी से समाज में शिक्षकों की छवि धूमिल होती है, मानो वे अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करते।
प्रदेश में 70,000 अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जारी
वहीं, राज्य सरकार द्वारा 70 हजार से अधिक अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है। इसमें स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग के पद शामिल हैं। उम्मीदवारों का चयन केवल शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया जा रहा है, बिना किसी लिखित परीक्षा के।